लोकगीत अपने देश में सदियों से विवाह के मौके पर महिलाओं द्वारा लोकगीत गाने की परम्परा रही है। नारी शक्ति और सौंदर्य की भूमि मिथिला इस परम्परा से अछूती कैसे रह सकती है। मिथिला बिहार का वह भाग है जो सीतामढी से मधुबनी होते हुए दरभंगा तक जाता है
छउ आवरण की अनोखी कला भारत अपनी तमाम अतरंगी कहानियों के लिए जाना जाता है। इन्हीं कहानियों की नींव बसती है भारत के विभिन्न राज्यों में। छऊ नृत्य भारत में झारखंड, ओड़िसा, बंगाल का लोकप्रिय नृत्य है। ‘छउ’ शब्द संस्कृत शब्द ̵
ऐरावत ऐरावत के बारे में हिंदु ग्रंथो से पता चलता है कि वो देवताओं के राजा इंद्र का हाथी है। ये हाथी राजा इंद्र को समुद्र मंथन के दौरान 14वीं मूल्यवान वस्तु के रुप में मिला। ग्रंथों से परे तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में भी हाथियों की उपयोगिता के प्रमाण
योग परंपरा के आदिगुरु पांडिचेरी का प्रसिद्ध श्रीअरविंद आश्रम मनुष्य को आत्म-संयम के जरिये आंतरिक क्रियाओं से ईश्वर के साक्षात्कार का संदेश देता है। साथ ही इसके लिए प्रेरित करता है। स्वयं श्रीअरविंद इसके जनक थे। श्रीअरविंद ने अपने संपूर्ण जीवन को
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भारतीय इतिहास में शाही पसंद का बेहतरीन नमूना हुक्का दरअसल पुर्तगालियों की देन है। इसकी एतिहासिक पुष्टी करते हुए दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में ‘भारतीय कला और संस्कृति में हुक्का’ प्रदर्शनी का आयोजन हुआ। हिंदी भाषा में हुक्का,
बोधिसेन की जापानी बौद्ध गाथा जापान में प्रचलित बौद्ध धर्म की संस्कृति का विस्तार करने में बोधिसेन की अनोखी भूमिका है। मदुराई के बौद्ध संत की जापान में स्थापित संस्कृति लगभग 1300 वर्ष तक जीवित रही। उन्हें 704 ईस्वी में ज्ञात हुआ कि बोधीसत्व मंजुश्री च
परमहंस योगानन्द 19वीं शताब्दी के अंतिम दशक में गोरखपुर में जन्मे मुकुन्द लाल घोष का परमहंस योगानंद बनने के पीछे एक काफी लंबा इतिहास साक्षी है। वे बंगाली-क्षत्रीय परिवार में अपने चार भाई और बहनों के साथ रहते थे। उनके पिता भगवती चरण घोष बहुत बड़े गणितज्ञ
कुम्हार जाति कुम्हार शब्द का जन्म संस्कृत भाषा के "कुंभकार" शब्द से हुआ है, जिसका अर्थ है-"मिट्टी के बर्तन बनाने वाला"। द्रविढ़ भाषाओं में भी कुंभकार शब्द का यही अर्थ है। "भांडे" शब्द का प्रयोग
श्याम बेनेगल अस्सी के दशक में एक हलचल हुई थी। फिर धीरे-धीरे सब कुछ स्थिर हो गया। इसकी पड़ताल करते हुए सिनेमा को समझाने वालों ने दावा किया था कि यह ‘नया सिनेमा’ का तरंग है। अगर इसी बात को मान लिया जाए तो वह तरंग आया तो मजबूती से था
पोस्टकार्ड का दौरवो दिन आज भी याद है जब बचपन में कुछ पोस्टकार्ड पर मैंने अपने प्रियजनों को संदेश लिखे थे। लेकिन उसके पीछे की कला से अनजान मैं बस संदेश लिखती और खुश रहती थी। कुछ दिन पहले त्रिवेणी कला संगम में एक प्रदर्शनी देखने को मिली जिसका नाम था, ग्लोबट
तारशितो का प्यारः भारत कला के क्षेत्र में एक बात तो खास है कि जितने कलाकार होते हैं उतना ही विस्तृत उसका रूप होता है। तारशितो एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है आंतरिक ज्ञान की प्यास। इसे नाम के रुप में गुरू भगवान रजनीश (ओशो) ने अपने इटली के शि
ग्रामीण देवी देवता मृदुला सिन्हा भारत बहुधार्मिक बहुसामुदायिक और बहुजातीय संरचनाओं वाला देश है। इसमें यदि 56 करोड़ देवी- देवताओं के होने का उल्लेख किया जाता है, तो इसका एक सीधा अर्थ है कि देवी-देवताओं की बहुसंख्या समाज के बहुस्तरीय विभेदीकरण का परिण
अमृतानंदमयी देवी सुधामणि का जन्म 27 सितम्बर 1953 में हुआ था। सुगुणानन्दन और दमयन्ती के घर जन्म लेने वाला यही शिशु आगे चलकर अमृतानंदमयी देवी के नाम से प्रसिद्ध हुआ। अम्मा की जीवनी को पढने से पता चलता है कि जब दम्यन्ती गर्भवती हुई तो उन्हें बहुत ही